Mughal Emperor – Babar
मुग़ल वंश का संस्थापक – बाबर

मुग़ल काल के शासको का कार्यकाल 1526-1857 ई० तक रहा
Mughal Emperor – Babar: मुग़ल साम्राज्य की स्थापना बाबर ने की थी। आज हम यहा पर Mughal Emperor – Babar के बारे मे पढेगे। जिसने भारत मे मुग़ल साम्राज्य की स्थापना किया ।बाबर का जीवन परिचय
जन्म– 14 Feb 1483
बाबर का परिवार तुर्की जाति के चगताई वंश का था।
पिता – उमर शेख मिर्जा (फरगना राज्य के शासक थे)
राज्याभिषेक – (1449) – बाबर का राज्याभिषेक उसके पिता की मृत्यु 11 की वर्ष की अवस्था मे हो जाने के कारण उसकी दादी “एसान दौलत बेगम” के सहयोग से फरगना की गद्दी पर बैठा ।
बाबर के पुत्र – हुमायू – कामरान – असकारी- हिंदाल
बाबर की विजय यात्रा
बाबर ने भारत पर विजय प्राप्त करने के लिए कई बार प्रयास किया था ।
प्रथम अभियान
1519 मे यूसुफजाई जाति के विरुद्ध था, इस अभियान मे बाबर ने बाजौर और भेरा को अपने अधिकार मे किया।
दूसरा अभियान
दूसरे अभियान मे उसने पेशावर पर विजय प्राप्त की
तीसरा अभियान
1520 मे उसने स्यालकोट और सैय्यदपुर को अपने अधिकार मे किया।
चौथा अभियान
1524 मे दौलत खा और मेवाड़ के शासक राणा सांगा ने भारत पर आक्रमण करने के लिए बाबर को आमंत्रण भेजा, अपने इस चौथे अभियान मे बाबर ने लाहौर दिपालपुर पर अधिकार कर लिया ।
Important Point – यह बाबर का प्रथम भारतीय अभियान था जिसमे उसने तोपखानो का प्रयोग किया।
बाबर – प्रमुख युद्ध
पानीपत का प्रथम युद्ध – (21 अप्रैल 1526)
पानीपत का प्रथम युद्ध इब्राहिम लोदी और बाबर के बीच हुआ जिसमे बाबर ने विजय प्राप्त की थी।
Important point – इस युद्ध मे बाबर ने पहली बार “तूलगमा युद्ध नीति” और तोपखानो का प्रयोग किया था ।
- बाबर के प्रसिद्ध निशानेबाज – उस्ताद अली और मुस्तफा
- इस युद्ध मे लूटे गये धन को बाबर ने अपने सैनिको, अधिकारियों और नौकरो बाट दिया था, उसकी इसी उदारता के कारण उसे कलन्दर की उपाधि दी गयी थी।
खानवा का युद्ध (17 मार्च 1527)
राणा सांगा और बाबर के बीच हुआ जिसमे बाबर की विजय हुई।
खानवा युद्ध जीतने के बाद बाबर ने गाजी की उपाधि धारण किया
चँदेरी का युद्ध (29 jan 1528)
मेदिनी राय और बाबर के बीच जिसमे बाबर की विजय
घाघरा का युद्ध (6 may 1529)
बाबर और अफगानों के बीच मे हुआ था।
बाबर ने मुबईयान नामक पद्यशैली का जन्मदाता माना जाता है ।
बाबर ने तुर्की भाषा मे अपनी आत्मकथा बाबरनामा की रचना की जिसका फारसी अनुवाद – अब्दुल रहीम खानखाना ने किया
मृत्यु- 27 दिसम्बर 1530
हुमायूँ का जीवन परिचय
हुमायू बाबर का सबसे बड़ा पुत्र था जिसे बाबर ने अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया था
हुमायू का जन्म – 6 मार्च 1508 मे हुआ था । हुमायू की माता का नाम माहम अनगा था तथा पिता का नाम बाबर था । बाबर की मृत्यु के बाद 30 dec 1530 को हुमायू आगरा की गद्दी पर बैठा ।
हुमयुनामा की रचना किसने की थी – गुलबदन बेगम
हुमायू के पुत्र का नाम अकबर था ।
हुमायू के गुरु शिया मिर बाबा की पुत्री हमीदन बेगम से हुमायू ने निकाह किया जिससे अकबर जैसे सम्राट का जन्म हुआ।
हुमायू का मकबरा अकबर काल मे हुमायू की बीबी हाजी बेगम ने दिल्ली मे बनवाया था ।